वैज्ञानिकों ने बताया- पांच जीन वाले लोगों को कोरोना से सबसे अधिक खतरा

सेहतराग टीम

कोरोना के बारे में अभी भी नए तथ्य सामने आ रहे हैं। वैज्ञानिक कोरोना वायरस के बारे में अधिक से अधिक जानने के लिए जैसे, कोरोना का शरीर पर क्या असर पड़ता है, कोरोना का इलाज खोजने के लिए और इलाज न आने तक कोरोना से बचने के उपायों के लिए नए-नए अध्ययन कर रहे हैं। अब हाल ही में रिसर्चर्स ने बताया कि कुछ 5 जीन वाले लोगों को कोरोना वायरस से सबसे अधिक खतरा हो सकता है। ब्रिटिश रिसर्चर्स ने कहा है कि स्टडी के दौरान कोरोना से गंभीर बीमार पड़ने या फिर मौत का खतरा इन पांच जीन वाले लोगों में सबसे अधिक पाया गया।

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यह अध्ययनब्रिटेन की एडिनबर्ग यूनिवर्सिटी के रिसर्चर्स ने किया है। रिसर्चर्स के अनुसार, जिन 5 जीन वाले लोगों को कोरोना वायरस से सबसे अधिक खतरा है, वो TYK2, CCR2, OAS1, IFNAR2 और DPP9 हैं। रिसर्चर्स ने स्टडी के लिए ब्रिटेन के 208 आईसीयू यूनिट के 2700 मरीजों के डीएनए डेटा का विश्लेषण किया। साथ ही इन मरीजों के डेटा की तुलना ब्रिटेन के एक लाख अन्य लोगों से की।

डेली मेल की रिपोर्ट के मुताबिक, रिसर्चर्स ने जिन 2700 मरीजों पर स्टडी की, उनमें से 22 फीसदी मरीजों की मौत हो गई। इनमें से 74 फीसदी मरीज खुद से सांस नहीं ले पा रहे थे और उन्हें वेंटिलेटर की जरूरत पड़ी थी। रिसर्चर्स का कहना है कि TYK2 और DPP9 जीन गुणसूत्र 19 पर पाए जाते हैं। वहीं, IFNAR2, गुणसूत्र 21 पर पाए जाते हैं। CCR2 जीन गुणसूत्र 4 पर मौजूद होते हैं।

रिसर्चर्स ने कहा है कि स्टडी के परिणाम से यह भी समझने में मदद मिल सकती है कि क्यों कुछ लोग कोरोना से गंभीर बीमार हो जाते हैं, जबकि कुछ लोग प्रभावित नहीं होते। कोरोना से सबसे अधिक प्रभावित होने वाले जीन की खोज से दवा बनाने में भी वैज्ञानिकों को मदद मिल सकती है।

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